भारत के राष्ट्रीय चिन्ह 10+ राष्ट्रीय चिन्ह का उल्लेख।
भारत के राष्ट्रीय चिन्ह के बारे में सम्पूर्ण जानकारी। 10+ राष्टीय चिन्हों के बारे में आपको सम्पूर्ण जानकरी के साथ बहुत ही सरल भाषा में अवगत कराया जायेगा। सम्पूर्ण विश्व में हर लोकतांत्रिक हो लोकतांत्रिक न भी हो लेकिन राष्टीय चिन्ह सबके पास होते ही है। प्राचीन समय में भी जब राजाओं महाराजाओं का शाशन हुआ करता था तब भी वे लोग अपने राज्यों के कुछ राज चिन्ह रखा करते थे।
उसी प्रकार भारत के राष्ट्रीय चिन्ह भारत की पहचान और संस्कृति के प्रतीक हैं। कियोंकि भारत के राष्ट्रीय चिन्ह भारत की गौरवशाली इतिहास और भारत की गौरवशाली संस्कृति के प्रतीक है। इसी के साथ यह भारत के चरित्र को और हमारे लोगो की महान सोच को भी दर्शाता है। इसीलिए राष्ट चिन्हो का किसी देश के लिए होंना अतिआवश्यक है। इन्हे भारतीय संविधान में भी स्थान दिया गया है।
भारत के राष्ट्रीय चिन्ह एवं प्रतीक।
नीचे दिए गयी सारणी में भारत के राष्ट्रीय चिन्ह का विवरण सम्पूर्ण रूप से दर्शाया गया है इन्हे आप ध्यान पूर्वक देख सकते है –
राष्ट्रीय प्रतीक भारत का राष्ट्रीय प्रतीक सारनाथ स्थित अशोक के सिंह स्तम्भ के शीर्ष भाग की अनुकृति है । भारत के राष्ट्रीय चिन्ह में इसका भी महत्वपूर्ण स्थान है। भारत सरकार ने इसे 26 जनवरी, 1950 ई. को अपनाया। प्रतीक के नीचे मुंडकोपनिषद् में लिखा सूत्र ‘सत्यमेव जयते’ देवनागरी लिपि में अंकित है। शासकीय कार्यों में प्रयोग में लाये जाने वाले राष्ट्रीय प्रतीक अलग-अलग रंग के होते हैं । नीला राष्ट्रीय प्रतीक भारत के मंत्रियों द्वारा, लाल राष्ट्रीय प्रतीक राज्य सभा के सदस्यों व अधिकारियों द्वारा, हरा राष्ट्रीय प्रतीक लोक सभा के सदस्यों द्वारा उपयोग में लाया जाता है ।
नोट : भारत के राजचिन्ह का उपयोग भारत के राजकीय (अनुचित उपयोग निषेध) अधिनियम-2005 के तहत नियंत्रित होती है।
राष्ट्रीय ध्वज :तीन पट्टियों वाला तिरंगा, गहरा केसरिया (ऊपर), सफेद (बीच) और हरा हरा रंग (नीचे) है। सफेदपट्टी के बीच में नीले रंग का चक्र है, जिसमें 24 तीलियाँ हैं तथा इसे सारनाथ में अशोक के सिंह स्तम्भ पर बने चक्र से लिया गया है। ध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात 3: 2 है। भारत के संविधान सभा ने राष्ट्र-ध्वज का प्रारूप 22 जुलाई, 1947 को अपनाया।
राष्ट्रीय ध्वज का केसरिया रंग जागृति, शौर्य व त्याग का, सफेद रंग सत्य एवं पवित्रता का एवं हरा रंग जीवन-समृद्धि का प्रतीक है। यह भी भारत के राष्ट्रीय चिन्ह में से महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय ध्वज को संविधान सभा में हंसा मेहता ने प्रस्तुत किया गया। भारतीय ध्वज संहिता 2002 के अनुसार सभी भारतीय नागरिकों व निजी संस्थाओं आदि को भी राष्ट्रीय ध्वज प्रदर्शन का अधिकार है।
जनवरी, 2004 ई. को एक महत्वपूर्ण विनिर्णय में उच्चतम न्यायालय (मुख्य न्यायाधीश बी. एन. खरे की अध्यक्षता में) ने यह घोषणा की कि संविधान के अनुच्छेद-19 (1) (अ) के अधीन राष्ट्रीय ध्वज फहराना नागरिकों का मूल अधिकार है। राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रीय शोक के समय झुका दिया जाता है राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति के निधन हो जाने पर सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय ध्वज को 12 दिनों तक झुका दिया जाता है। भारत के राष्ट्रीय चिन्ह।
पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री एवं पूर्व उपराष्ट्रपति के निधन हो जाने पर 7 दिनों के लिए राष्ट्रीय ध्वज को झुका दिया जाता है। प्रसिद्ध झंडा गीत ‘झंडा ऊँचा रहे हमारा‘ की रचना श्यामलाल प्रसाद गुप्त ने की है
नोट :भारत के राष्ट्रीय ध्वज का पहली बार प्रदर्शन 14 अगस्त, 1947 ई. की मध्य रात्रि में हुआ । भारत के राष्ट्रीय चिन्ह।
राष्ट्र गान : रवीन्द्रनाथ ठाकुर द्वारा मूल रूप से बांग्ला में रचित ‘जन-गण-मन‘ के हिन्दी संस्करण को संविधान सभा ने 24 जनवरी, 1950 ई. को भारत का राष्ट्र गान’ स्वीकार किया। इसके गायन का समय 52 सेकण्ड है तथा संक्षिप्त अवधि 20 सेकेण्ड है जिसमें इसकी प्रथम और अंतिम पंक्तियाँ गायी जाती हैं। यह सर्वप्रथम 27 दिसम्बर, 1911 ई. को भारतीय कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन (अध्यक्ष-पं. विशन नारायण दत्त) में गाया गया।
इसे रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने 1912 ई. में ‘तत्त्व बोधिनी’ में ‘भारत भाग्य विधाता’ शीर्षक से प्रकाशित किया था तथा 1919 ई. में ‘Morning Song of India’ के नाम से अंग्रेजी अनुवाद किया। राष्ट्रगान के वर्तमान संगीतमय धुन को बनाने का श्रेय कैप्टन राम सिंह ठाकुर (INA के सिपाही ) को जाता है। यह भी भारत के राष्ट्रीय चिन्ह का एक महत्वपूर्ण चिन्ह है।
राष्ट्रीय गीत : बंकिमचन्द्र चटर्जी के उपन्यास ‘आनन्दमठ’ में उन्हीं के द्वारा रचित ‘वन्दे मातरम्’ को राष्ट्र गीत के रूप में 26 जनवरी, 1950 ई. को स्वीकार किया गया। इसे सर्वप्रथम 1896 ई. में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अधिवेशन (अध्यक्ष-रहीमतुल्ला सयानी) में गाया गया था। इस गीत को गाने का समय 1 मिनट और पाँच सेकण्ड है। किसी भी व्यक्ति को राष्ट्र-गीत गाने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।
नोट : संसद के अधिवेशन का प्रारंभ ‘जन गण मन’ से और समापन ‘वंदे मातरम्’ के गायन से होता है। भारत के राष्ट्रीय चिन्ह।
राष्ट्रीय केलेंडर : कैलेण्डर के साथ देश भर के लिए शक संवत् पर आधारित राष्ट्रीय पंचांग को सरकारी प्रयोग के लिए22 मार्च।, 1957 ई. को अपनाया गया इसका पहला महीना चैत्र है। यह सामान्यतः सामान्य वर्ष में 22 मार्च को एवं लीप वर्ष में 21 मार्च को प्रारंभ होता है
राष्ट्रिय पुष्प : भारत का राष्ट्रीय पुष्प कमल (नेलम्बो न्यूसिकेरा गार्टन) है।
राष्ट्रिय पक्षी : भारत का राष्ट्रिय पक्षी मयूर (पावो क्रिस्टेटस ) है
राष्ट्रिय पशु : भारत का राष्ट्रिय पशु बाघ ( पैंथर टाइग्रिस लीननयस ) है
राष्ट्रीय वृक्षः बरगद (फाइकस बेंधालेंसिस) भारत का राष्ट्रीय वृक्ष है।
राष्ट्रीय नदी : 4 नवम्बर, 2008 को गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित किया गया।
राष्ट्रीय जलीय जीव : गंगा डॉल्फिन (प्लाटानिस्टा गैंगेटिक) को 5 अक्टूबर, 2009 को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया।
राष्ट्रीय विरासत पशुः हाथी (एलिफास इंडिका) भारत का विरासत