Pájaros en la boca

Author: Samanta Schweblin

Publish Year: 2009

Book Size: 366.5 MB

About the Book

Pájaros en la boca समांता श्वेब्लिन द्वारा रचित एक कहानी संग्रह है, जिसमें कुल 18 कहानियाँ शामिल हैं। यह संग्रह 2009 में प्रकाशित हुआ था और इसमें मुख्य रूप से अलौकिक यथार्थवाद और मनोवैज्ञानिक तत्वों को प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया है।

इस संग्रह की शीर्षक कहानी “Pájaros en la boca” में एक पिता को पता चलता है कि उसकी बेटी जीवित पक्षियों को खाती है, जो एक असामान्य और परेशान करने वाली स्थिति है। यह कहानी पारिवारिक संबंधों, स्वीकृति, और सामाजिक मानदंडों पर सवाल उठाती है।

अन्य कहानियाँ भी इसी प्रकार की असामान्य और अलौकिक घटनाओं को प्रस्तुत करती हैं, जैसे “El cavador” में एक व्यक्ति एक रहस्यमय गड्ढा खोदता है, और “La furia de las pestes” में एक सामाजिक कार्यकर्ता एक अजीबोगरीब गाँव में जाता है जहाँ लोग अजीब व्यवहार करते हैं।

समांता श्वेब्लिन की लेखनी में अलौकिक तत्वों के माध्यम से मानव मनोविज्ञान, सामाजिक संरचनाओं, और पारिवारिक संबंधों की गहराई से पड़ताल की गई है। उनकी कहानियाँ पाठकों को असहज करती हैं, सोचने पर मजबूर करती हैं, और वास्तविकता की सीमाओं को चुनौती देती हैं।