The Second Thoughts of an Idle Fellow

Author: Jerome Klapka Jerome

Publish Year: 1898

Book Size: 10.2 MB

About the Book

The Second Thoughts of an Idle Fellow जेरोम के. जेरोम द्वारा रचित एक निबंध संग्रह है, जो 1898 में प्रकाशित हुआ था। यह पुस्तक उनकी पूर्ववर्ती कृति Idle Thoughts of an Idle Fellow का अनुक्रम है और इसमें लेखक ने अपने आलसी विचारों को और भी गहराई से प्रस्तुत किया है।

इस संग्रह में 12 निबंध शामिल हैं, जिनमें लेखक ने मानव स्वभाव, सामाजिक व्यवहार, और दैनिक जीवन की विडंबनाओं पर अपने विचार साझा किए हैं। प्रत्येक निबंध में हास्य और व्यंग्य के माध्यम से गहरी सामाजिक टिप्पणियाँ की गई हैं।

उदाहरण के लिए, “On the Art of Making Up One’s Mind” में निर्णय लेने की कठिनाई और अनिर्णय की स्थिति पर चर्चा की गई है। “On the Disadvantage of Not Getting What One Wants” में इच्छाओं की पूर्ति न होने के लाभों पर विचार किया गया है। “On the Care and Management of Women” में पुरुषों और महिलाओं के बीच के संबंधों की जटिलताओं को हास्यपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया गया है

जेरोम की लेखनी में सरलता, व्यंग्य, और आत्म-विश्लेषण की गहराई स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उनकी यह कृति पाठकों को न केवल हँसाती है, बल्कि उन्हें अपने जीवन और समाज के बारे में सोचने पर भी मजबूर करती है।