Author: Stephen Leacock
Publish Year: 1920
Book Size: 490.7MB
“An Outcast of the Islands” एक गहरी और प्रभावशाली कथा है जो एक ऐसे व्यक्ति की कहानी कहती है जो अपनी गलतियों के कारण समाज से अलग-थलग पड़ जाता है। इस उपन्यास का नायक पीटर विलहैम्सन है, जो पहले एक सफल व्यापारी होता है, लेकिन अपने लालच, धोखे और निजी स्वार्थों के कारण धीरे-धीरे नैतिक पतन की ओर बढ़ता है।
यह कहानी केवल उसके पतन की नहीं, बल्कि उसकी आंतरिक मानसिक उलझनों, आत्म-पीड़ा और पछतावे की भी है। जोसेफ कॉनराड ने इस उपन्यास में औपनिवेशिक युग की सामाजिक संरचना और विदेशी धरती पर बसने वालों की जटिल मानसिकताओं को बहुत खूबसूरती से चित्रित किया है।
पुस्तक में द्वीपों की रहस्यमयी पृष्ठभूमि, जंगलों और नदियों का सुंदर वर्णन है, जो पाठकों को उस समय और स्थान में ले जाता है। यह उपन्यास हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि जब व्यक्ति अपने विवेक से भटकता है, तो वह केवल समाज से ही नहीं, स्वयं से भी बहिष्कृत हो जाता है।